दोस्ती एक ऐसा रिश्ता जिसके बारे में जितना भी लिखो कम है,
क्योंकि दोस्त के बिना अधूरे हम है।।
जिसके साथ सुबह की चाय और शाम की कॉफी में साथ हम है,
हर गम हर खुशी में जो हमारे संग है,
बचपन की दोस्ती की बात कुछ खास है,
क्योंकि न जानते हुए भी मतलब साथ वो हमारे हर दम है,
दोस्ती कभी बूढ़ी नही होती दोस्तो के साथ तो बूढ़ा भी जवान है,
क्योंकि दोस्ती हर दर्द के लिए पेरासिटामोल है।।

जो पढ़ ले खामोशी को भी ऐसे दोस्त कम है,
पर जितने भी है साथ हमारे हरदम है।।