मोहब्बत की अधूरी दास्ता

हमेशा की तरह उस दिन भी मैंने उसे कहा था,
घर पहुच जाओ तो call या message देना,
उसके कहा भी था कि वो करेगी,
हम जहा मीले थे वहां से उसके घर की दूरी 15 से20 मिनट की थी,
लेकिन अब 1 घंटे होने को था उसका कोई call या message आया ही नही।


मुझे लगा कही ऐसा न हो कि मेरा नम्बर ही न लग रहा हो,
मैंने अपना मोबाइल flight mode में किया उसका कोई message नही आया था, मैंने data off कर के on भी किया लेकिन फिर कोई message नही आया,
मुझे लगा शायद कही busy हो गई होगी,
जैसे ही free होगी message करेगी, यही सोच कर मैंने उसको message किया free होते ही बताना, इस बात को अब 3 घंटे हों गए थे उसका कोई message ही नही आया था,

मैं सोचा रात में जब वो message करेगी मैं उससे बहुत लडूंगा, डाटूंगा की घर पहुचते ही message क्यों नही की अगर busy थी तो 1 मिनट क्यों नही निकली,

अब रात हो चुका था रोज रात 10 बजे उसका message आ ही जाता था, लेकिन उसका message अभी तक नही आया, मैंने देखा कि message अभी तक read ही नही हुआ है अब मैं गुस्से में था,

लेकिन मैं इस बात से डर रहा था कि कही उसके उसके घर वालो को तो पता नही चल गया, मैं call भी करना चाहता था लेकिन सोचा कि कही कोई और कॉल उठा ले तो दिक्कत न हो जाये इसलिए मैंने फिर message किया, लेकिन उधर से कोई जवाब ही नही आया।

ऐसे करते करते अब 12 बज चुका था, मैं बेचैन पूरी रात यही सोचता रहा कि उसने reply भी क्यों नही दिया, कही उसके घर में उसको डाट तो नही पड़ा होगा, यही सोचते सोचते लेटा रहा,

जैसे ही सुबह हुआ मैंने फिर message किया लेकिन अब भी कोई reply नही था, मैंने तुरंत हमारे एक friend को message किया। मैंने उसको सबकुछ बताया, मैने उसे कहा कि वो एक बार उसको call कर के देखे,

लेकिन थोड़े देर बात उसने बताया कि उसका नम्बर नही लग रहा है, फिर हमारी फ्रेंड ने बताया कि उसके पास उसके घर का नंबर भी है, उसने उस नंबर पर फिर call किया और साथ में मुझे confress में रखा ताकि मैं सुन सकू की हो क्या रहा है।

तब तक मुझे यही लग रहा था कि शायद उसके घर मे पता चल गया होगा हमारे बारे में, उधर से कॉल पर आवाज आई ये अवाज उसका नही था, वैसे जिस नंबर पर हमने कॉल लगाया था वो उसकी माँ का नंबर था,

लेकिन उन्होंने भी कॉल नही उठाया शायद उसके भाई ने कॉल उठाया उसने हमारी फ्रेंड से बात की उसके बाद जो उसने बताया उसे सुन कर ऐसे लगा जैसे सब कुछ मेरा चला गया,

हम दोनो अब उसके भाई के बताये हुए जगह पर पहुचे, वहां पहुच कर हमने जो देखा उससे मैं टूट चुका था, मैं सोच रहा था ये कैसे हो सकता है कल शाम में ही तो हम मिले थे, तुम मेरे साथ ऐसा कैसे कर सकती हो,

मैं बस यही सोच रहा था तभी उसकी माँ ने मेरे मुझे कहा- जाओ अंदर मिल लो, मैं उसे देखा और  टूट गया सबकुछ मुझे याद आने लगा, हमारे सपने, हमारे बिताए हुए पल लेकिन अब सब खत्म होने वाला था। पता नही क्यों वो मुझे अब छोड़ के जाने वाली थी, मैं उससे पूछना चाहता था कि वो कैसी है लेकिन हमें बाहर से ही पता चल चुका था कि बस कुछ पल में वो रुक्सत हो जाएगी,

मैं उसे गले लगाना चाहता था उसे कहना चाहता था रुक जाओ न, जो सपने हमने देखे है उसे मिल कर पूरा करेंगे तभी उसका हाँथ मेरे हाँथ से टकराया और जैसे सबकुछ खत्म हो गया।।

उसने अपनी आंखें हमेशा के लिए बंद कर ली, वो मुझे, अपने परिवार सबको पीछे छोड़ किसी और दुनिया मे जा चुकी थी, मैं चाह के भी उसे रोक न पाया,

आज भी इस बात को कोसता हु कि काश उस दिन हम मिले ही न होते, काश जब उसने कहा था कि आज उसे कुछ काम है घर मे वो नही मिल पाएगी तो मैं मान लेता तो वो मेरे पास होती।
मेरा प्यार कभी मरा नही वो आज भी मेरे एक एक एहसास में मेरे साथ है बस मेरे पास नही तो क्या हुआ अब भी मैं उस पार्क में जा के घंटो बैठा रहता हूं जहा हम अक्सर जाया करते थे,


लेकिन अब मेरे पास उसकी यादों के सिवा कुछ नही, मैं इस बात से भी खुश हूं कि मेरी परी किसी दूर परीलोक से मुझे देखती होगी, वो देखती होगी कि मैं अपना ध्यान रखता हूं कि नही, वो जिन बातों के लिए मुझे टोकती थी कही मैं वो करने तो नही लग गया, और मैं आज भी उससे उतना ही प्यार करता हूं जितना पहले, और शायद मैं उससे अब पहले से भी ज्यादा प्यार करने लग गया हूँ।।

कुछ कहानियों का अंत बेवाफ़ाई, त्याग नही होता, सच्ची मोहब्बत अलग हो कर भी एक ही रहती है, सच्ची मोहब्बत की अधूरी दास्ता

2 comments

  1. सच में आप की कहनी पड़ते हुआ मुझे ऐसा लगा जैसे मै इस मै कही खो गयी आप ने सही कहा सच्ची मोहब्बत कभी मारती नही ऐसी story पड़ना मुझे बहुत ही पसन्द है आज से आप की सारी story पढूंगी

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