हमारी मोहब्बत की दास्ता कुछ यु शुरू हुई,
अजनबियों की भीड़ में जाने पहचाने अजनबी से मुलाकात हुई,
बाते ना जाने कब मोहब्बत में तब्दील हुई,
उससे मिल कर लगा जैसे मेरी खुद से ही मुलाकात हुई।।

हमारी मोहब्बत की दास्ता कुछ यु शुरू हुई,
अजनबियों की भीड़ में जाने पहचाने अजनबी से मुलाकात हुई,
बाते ना जाने कब मोहब्बत में तब्दील हुई,
उससे मिल कर लगा जैसे मेरी खुद से ही मुलाकात हुई।।
बहुत ही खूब
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Thanku
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