बड़े उम्मीद के साथ माँ बाप ने ब्याहा है, सोचा है कि उनकी बेटी एक अच्छे घर मे जा रही अब राज करेगी,

जो खुशिया हमने नही दे पाई वो खुशिया भी अब उसके हिस्से में आएगी ये बाते हो ही रही थी
तभी ये क्या हुआ बेटी सुबह रोते हुए क्यों आ गई ? आते ही माँ के गले लग क्यों रोने लगी
बेटी शादी के दूसरे दिन ही रोते हुए वो भी अकेले क्यों आ गई ये सोच कर माँ बाप दोनो घबरा गए उन्होंने जानना चाहा कि क्या हुआ, लेकिन पहले बेटी को चुप करवाना सही समझा।।
बेटी को रोता देख माँ की आँखे भी भर आईं लेकिन बेटी को संभालते हुए हौसला देते रही उसे पानी दिया,
माँ- बेटी क्या हुआ सब ठीक तो है न हमने कल ही तो तेरी बिदाई की थी ये क्या हुआ तुम रो क्यों रही हो चुप हो जाओ, और हमे सारी बात बतावो।
बेटी- जब में वहां पहुची सब बहुत खुश थे मेरा स्वागत भी बड़े धूमधाम से किया गया, बड़े प्यार से मुझे कमरे तक भी ले जाया गया, लेकिन ये क्या हुआ मुझे ये समझ नही गया, क्यों मेरे ही पति ने मेरे चरित्र पर उंगली उठाया, मैंने तो उनसे नही पूछा कि उनका किसी के साथ वैसा रिश्ता था क्या ? तो मुझसे क्यों पूछा गया और उन्हें भरोसा नही था तो उन्होंने शादी ही क्यों किया, मेरी चरित्र पर उंगली उठाने का हक उनको किसने दिया,

इतना ही नही सफेद बिस्तर लगाया गया और सुबह बिस्तर लाल क्यों नही इस बात पर सास ने भी बात सुनाया और मेरे चरित्र पर दाग लगाया, मैंने ये तो नही चाहा था मैंने भी तो सपना देखा था एक ऐसे इंसान का जो मुझपर यकीन रखे फिर ये सब क्यों?
अगर आज मैं चुप रह गई तो क्या आगे की जिंदगी खुश रह पाऊंगी बस यही सोच कर मैं यहां आ गई।।
माँ-बेटा तुम फिकर मत करो किसी को ये हक नही है कि तुम्हे गलत बोले तुम हमारी बेटी हो हमे पता है तुम कैसी हो हम उनसे बात करेंगे तुम्हारी खुशी हमारे लिए सबसे ज्यादा मायने रखती है।

Disclaimer- इस कहानी का उद्देश्य सिर्फ ये बताना है कि आज भी लड़कियों के चरित्र को ले कर कैसे सवाल उठता है।। किसी की भावनाओ को ठेस पहुचाना हमारा उद्देश्य नही है।।
Doctors के अनुसार
किसी लड़की के बारे में ये बताना की वो Virgin है कि नही ये कोई नही जान सकता, ऐसे लोग जो cycling, exercise, yoga, या कोई भी physicial activity करते है, उनके membrane टूटने के chance 99% तक होता है ऐसे में किसी लड़की के चरित्र उठाना गलत है।।