जिंदगी अक्सर हमारी सोच से बिल्कुल अलग हो जाती है हम सोचते कुछ है और हो कुछ और जाता है हम जिंदगी भर जिंदगी में कुछ अच्छा सोच के प्लान बनाते हैं और आधे से ज्यादा प्लान खराब हो जाता है क्योंकि जिंदगी को तो कुछ और ही मनजूर होता है, ये किसी एक कि नही हर एक कि कहानी है,
कोई सपने से ज्यादा पा लेता है तो कोई सोच से ज्यादा खो देता है, कोई रोते रोते हस देता है तो कोई हँसते हुए रो देता है अजीब हालात होता है कोई आपका सबकुछ होके भी आपका नही होता तो कोई बिन रिश्ते के रिश्ता निभा देता है, अजीब बात है लेकिन सच है।।
जिंदगी का दस्तूर अनोखा है,
कभी हँसता तो कभी रुलाता है,
ख्वाहिशे पूरी हो या न हो,
अपनो का प्यार जीना सिखा देता है।।
