कुछ गुजरे हुए वक्त के किस्से सुनाए आई हूं,
सूखे हुए गुलाब को फिर से महकाने आई हूं,
इश्क़ का रंग सबपर चढ़ाने आई हूं,
सुखी जमी पर फिर से बारिश लाई हूँ,

कुछ गुजरे हुए वक्त के किस्से सुनने आई हूँ,
मोहब्बत की गाथा सबको सुनाने आई हूँ,
सच्ची मोहब्बत के बारे में फिर से बताने आई हूँ,
वक्त को पिछे छोड़ हँसने हसाने आई हूं,
कुछ गुजरे वक्त के किस्से सुनाने आई हूँ।।

जमी और आसमा की दूरी मिटाने आई हूँ,
नई उम्मीद साथ लाई हूँ
हर आंगन को फिर से महकाने आई हूँ
चिड़ियों के वही मधुर आवाज फिर से सुनने आई हूँ,
रोते को फिर से हसने की एक वजह देने आई हूँ,
गुजरे हुए वक्त के कुछ किस्से सुनाने आई हूँ।।
संग अपने खुशियो के सौगात लाई हूँ।।